Sunday, October 19, 2008
Thursday, October 9, 2008
पहले दिन के शतकवीर बने पोंटिंग
Wednesday, October 8, 2008
Saturday, October 4, 2008
पत्रकारिता के दिखाए मापदंड
हिंदुस्तान वाराणसी के प्रमुख संवाददाता सुशिल त्रिपाठी की मौत पत्रकारिता जगत को झकझोर देने वाली है। पत्रकारिता के मापदंड क्या होने चाहिए इसके लिए युवा और प्रशिछु पत्रकारों को सुशिल त्रिपाठी से सीख लेनी चाहिए। पत्रकारिता व्यावसायिक हो गए है इसे तो अखबारों के मालिक भी कहने लगे है। पत्रकारिता टिकाऊ की जगह बिकाऊ हो गई है। ऐसे समय में सुशिल त्रिपाठी nayak bankar ubhre hai jinki jan tab gaye jab vo khabar ke liye pahadoin par gaye the aur unka pair phishal gaya. sushil aap to chale gaye lekin patrakarita jagat aapko yad rakhega. aapko rastey2manzil ki taraph se shradhanjali.
खेल में भारत खबरों से दूर
भारत में खेलों को लेकर सरकार की सजकता का इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि कोम्मंवेअल्थ की तरफ़ किसी का ध्यान नही ही और न ही उत्सुकता दिखाई पड़ती है।
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