Saturday, October 4, 2008

पत्रकारिता के दिखाए मापदंड

हिंदुस्तान वाराणसी के प्रमुख संवाददाता सुशिल त्रिपाठी की मौत पत्रकारिता जगत को झकझोर देने वाली है। पत्रकारिता के मापदंड क्या होने चाहिए इसके लिए युवा और प्रशिछु पत्रकारों को सुशिल त्रिपाठी से सीख लेनी चाहिए। पत्रकारिता व्यावसायिक हो गए है इसे तो अखबारों के मालिक भी कहने लगे है। पत्रकारिता टिकाऊ की जगह बिकाऊ हो गई है। ऐसे समय में सुशिल त्रिपाठी nayak bankar ubhre hai jinki jan tab gaye jab vo khabar ke liye pahadoin par gaye the aur unka pair phishal gaya. sushil aap to chale gaye lekin patrakarita jagat aapko yad rakhega. aapko rastey2manzil ki taraph se shradhanjali.

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